नही मांगता ताज-ओ-तख्त, मैं नही कहता दो वक्त का दे, मेरे सारे अमाल, आमिन के लिए, मुझे तो बस मेरे हक का दे। by VINOD SUTHAR Keywords - नई हिंदी शायरी एटीट्यूड पर, हिंदी उर्दू शायरी फोटो, फेसबुक वॉट्सऐप स्टेटस के लिए, harf-e-imroz, Vinod Suthar, Veenu5797, नई हिन्दी शायरी